बात जो भी यार कहकर देखिए,
बिन हमारे पल भी रहकर देखिए,
बिन हमारे पल भी रहकर देखिए,
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बांधवगढ़-नील गज़ल -३ |
जो सहे हम दर्द अपने आपका,
कुछ दिनों तक आप सहकर देखिए,
कुछ दिनों तक आप सहकर देखिए,
हैं नही तबियत सही फिर क्या करें?
ना रहा विस्वास छूकर देखिए|
ना रहा विस्वास छूकर देखिए|
रह सके हम ना अकेले गम के दिन,
हो समय तो तुम बिछड़ कर देखिए
हो समय तो तुम बिछड़ कर देखिए
माँग थी बस नील की इतनी सनम,
कुछ समय तो साथ रहकर देखिए||
कुछ समय तो साथ रहकर देखिए||
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